झांसी 29 मई। उत्तर प्रदेश के सूखाग्रस्त बुंदेलखंड क्षेत्र में लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करने को इस इलाके के पांच जिलों (बांदा, चित्रकूट,हमीरपुर,महोबा और ललितपुर) होते हुए “ अटल भूजल शक्ति यात्रा” आज झांसी पहुंची और इस अवसर पर सुबह जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
पद्मश्री से सम्मानित देश के पहले जलयोद्धा उमा शंकर पांडे के नेतृत्व में जारी इस जागरूकता यात्रा के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है ताकि लोग पानी को लेकर अपनी जिम्मेदारी को न केवल पहचाने बल्कि पानी को अपने अपने स्तर से बचाने के लिए प्रयास भी करें। इसी क्रम में आज सुबह विकास भवन से जागरूता रैली निकाली गयी। पद्मश्री उमाशंकर पांडे के साथ जिला अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर एस एन त्रिपाठी ,शशांक शेखर झांसी मंडल के वरिष्ठ भू-भौतिकविद् (सीनियर जियो-फजिसिस्ट) आदि ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस यात्रा में मौजूद महिला -पुरूष जलजागरूकता संबंधी नारे लगाते हुए आगे बढ़े । महिलाएं कलश सिर पर रखकर आगे बढी और जल संरक्षण का संदेश देते हुए यह रैली बीकेडी चौराहा होते हुए जीवनशाह तिराहे तक पहुंची और यहां से वापस बीकेडी महाविद्यालय से होती हुई, विकास भवनपहुंची। यात्रा के दौरान लगातार लोगों को जल को लेकर जागरुक रहने संबंधी नारे लगाते हुए निकले और लोगों को पानी को लेकर जागरूक किया।
इस अवसर पर श्री पांडे ने कहा कि पानी बचाना सरकार नहीं समुदाय का काम है और इसके लिए सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारी स्वीकारनी औ उठानी होगी।बुंदेलखंड के क्षेत्र में पानी सोने से कम नहीं है अत: इसको सहेजना और इसकी बरबादी को लेकर पूरी तरह से सजग रहना इस क्षेत्र के हर निवासी की जिम्मेदारी है। हम हर जिले में जाकर लोगों को जागरूकत कर रहे हैं ताकि जीवन का आधार पानी संजोकर ,सहेजकर,बचाकर और संरक्षित कर हम भावी पीढ़ी के लिए अपनी जिम्मेदारी को भी निभा सकें।
जिला अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर एस एन त्रिपाठी ने कहा कि हर जिले में सड़कों पर उतरकर लोगों को “ जागरूकता रैली”के माध्यम से पानी को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। पानी को बनाया नहीं जा सकता केवल बचाया जा सकता है। आगे बारिश का मौसम आने वाला है और जब सभी लोग पानी को लेकर अपने दायित्व को समझने लगेंगे तो स्वयं ही पानी को बचाने की कोशिश करेंगे। इस यात्रा के माध्यम से लोगों में जागरूकता की वहीं आवश्यक ललक जगाने का प्रयास किया जा रहा है।
शशांक शेखर झांसी मंडल के वरिष्ठ भू-भौतिकविद् (सीनियर जियो-फजिसिस्ट) ने कहा कि पानी को लेकर सरकार केवल संसाधन मुहैया कराकर और आगे का मार्ग प्रशस्त कर लोगों की मदद कर सकती है लेकिन पानी जिस तरह से हर किसी की जरूरत है उसी तरह से उसे बचाने और संरक्षित करने की जिम्मेदारी भी सभी की है और लोगों को इस ओर जागरूक होना होगा1 पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर तभी बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है जब लोग इस ओर अपनी सामूहिक जिम्मेदारी को पहचाने और माने तथा बदलाव के लिए कदम उठाये। लोगों को इस रैली के माध्यम से पर्यावरण के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए ही इस रैली को आयोजन किया गया है।
इसअवसर पर जल संरक्षण के क्षेत्र में अपने अपने इलाके में प्रभावी काम करने वाली जलसहेलियों ने भी बढ़ चढ कर हिस्सा लिया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन