झांसी 20 दिसंबर । पाकिस्तानी सेना पर 1971 में भारतीय सेना को मिली ऐतिहासिक जीत की खुशी में देश में मनाये जाने वाले विजय दिवस के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वीरांगना नगरी झांसी में आज भारतीय सेना 11 और बीएसएफ के बीच एक मैत्री हॉकी मैच का आयोजन किया गया।


भारतीय सेना की व्हाइट टाइगर डिवीज़न के द्वारा आयोजित यहां मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में आज आयोजित मैच में सेना और बीएसएफ की टीमों में शानदार हॉकी का प्रदर्शन किया। मैच के पहले 15 मिनट में ही पहला गोल सेना की ओर से दागा गया। सेना के सरवर हरमन सिंह ने गोल दागा और अपनी टीम को 0-1 से बढ़त दिलायी। इसके बाद मैच में सेना ने दबदबा बनाये रखा और जल्द ही दूसरा गोल भी दागा।
इसके बाद बीएसएफ की टीम ने जबरदस्त रूप से मैच में वापसी करते हुए दो गोल जल्दी जल्दी दागे। बीएसएफ की ओर से यह गोल रवि ने किये। इसके बाद तो दोनों टीमें ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया और कई पैनाल्टी कॉर्नर देानों ही टीमों को मिलने के बावजूद गोल में बदले नहीं जा सके। मैच के दूसरे हाफ में सेना के खिलाड़ियों से एक बार फिर मैच में अपना दबदबा बढाना शुरू किया और पैनाल्टी कॉर्नर के दो मौकों को गोल में बदल दिया और इस तरह सेना बीएसएफ से दो के मुकाबले चार गोलों से आगे हो गयी।
इसके बाद बीएसएफ की टीम किसी हाथ आये मौके को गोल में नहीं बदल पायी लेकिन इसके लिए भरपूर प्रयास किये जिसके कारण मैच पूरे रोमांच पर रहा। मैच का समय समाप्त होने तक बीएसएफ की टीम कोई गोल नहीं कर पायी और दो के मुकाबले चार गोलों से सेना ने विजय हासिल की।
मैच के दौरान अंपायरों ने भी पूरी मुस्तैदी से अपनी भूमिका निभायी और किसी भी टीम के खिलाड़ी को गलती करने पर बख्शा नहीं गया। मैच में दो खिलाडियों को रेड और यलो कार्ड दिखाये गये।


मैच में दोनों टीमाें के बीच दिखायी दे रही प्रतिस्पर्धा मैच समाप्त होने पर मैत्री व्यवहार में बदल गयी। मैच के समापन पर व्हाइट टाइगर डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल दिव्यगौरव मिश्र ने दोनों टीमों के प्रतिभागियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। उन्होंने इस अवसर पर हॉकी के जाने माने खिलाड़ी और मेजर ध्यानचंद के सुपुत्र अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित अशोक ध्यानचंद और हॉकी के अंतरराष्ट्रीय खिलाडी सुबोध खांडेकर को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने आरएसओ सुरेश बोनकर और डीएसओ के साथ साथ जिला प्रशासन का सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इस दौरान जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार भी मौजूद रहे।
वैभव सिंह