झांसी 25 नवंबर। वीरांगनानगरी झांसी के दीनदयाल सभागार में आज एक ऐसा आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने विविध क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया । इस कारण इस कार्यक्रम को नाम दिया गया “ एक शाम, बच्चों के नाम”।
यहां जिला पंचायत अध्यक्ष, पवन कुमार गौतम के मुख्य आतिथ्य में जिला एकीकरण समिति के तत्वाधान में कौमी एकता सप्ताह समापन समारोह एवं विचार गोष्ठी “एक शाम बच्चों के नाम” का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा वीरांगना महारानी लक्ष्मी जी के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया । कार्यक्रम में सरस्वती विद्या मंदिर की बालिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद की बालिकाओं द्वारा महारानी के गौरवपूर्ण शौर्य एवं बलिदान पर, शियर वुड कॉलेज की बालकों द्वारा “एक भारत नेक भारत”, लोक मान्य तिलक इंटर कॉलेज की क्षत्राओं द्वारा संस्कृति एवं सभ्यता, रानी लक्ष्मीबाई पब्लिक स्कूल, सदर बाजार की छात्राओं द्वारा देशभक्ति पर अद्भुत नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किया गया, इसके साथ ही राजेंद्र प्रसाद कन्या इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा प्रकृति माता पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई।
इस दौरान जय अकादमी के छात्र-छात्राओं ने बुन्देलखण्ड की गौरवशाली भूमि पर सुंदर गीत की प्रस्तुति बुन्देली भाषा में की। इसके पश्चात सैनिक स्कूल के छात्रों द्वारा सेना के शौर्य एवं वीरता पर नृत्य प्रस्तुत किया गया।
इससे पहले समारोह में सदस्य एकीकरण समिति मुकुंद महरोत्रा एवं मोहन नेपाली द्वारा अपने संबोधन में जनपद झांसी में एकीकरण समिति की स्थापना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की, इसके साथ ही उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई जी के 1857 के प्रथम स्वतंत्रता दिवस में भूमिका पर सुंदर वर्णन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि एकीकरण समिति का उद्देश्य सामाजिक समरसता एवं सौहार्द की भावना को बनाए रखना है।
कार्यक्रम में सदस्य रामतीर्थ सिंघल ने कहा कि कौमी एकता का सबसे महत्वपूर्ण कारक “अनेकता में एकता” है। अतः हमें प्रत्येक व्यक्ति के प्रति सदैव सम्मान का भाव रखना चाहिए।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन