नयी शिक्षा नीति

बच्चों का सर्वांगीण विकास राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य: रजनी तिवारी

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झांसी 16 अगस्त। उत्तर प्रदेश की उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने आज कहा कि नयी शिक्षा नीति से विद्यार्थियों में स्किल विकसित होगा, जो बहुमुखी प्रतिभा संपन्न युवाशक्ति का निर्माण करेगा। इस नीति का मुख्य उद्देश्य  बच्चे का सर्वांगीण विकास  है।

उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी
यहां बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के सभागार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री की अध्यक्षता में झांसी मंडल के विभागीय अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के  प्रस्तुतीकरण और शिक्षा मंथन पर विचार विमर्श हेतु समीक्षा बैठक आयोजित की गई।इस बैठक में राज्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हमारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में भाषा, सभ्यता, संस्कृति एवं सामाजिक मूल्यों को समुचित महत्व मिला है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का विजन भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए नए आयाम स्थापित करने का अवसर है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का स्वरूप भारतीय है।

यह पूरी तरह से भारत की भारतीय शिक्षा नीति है। नीति के सफल अमल से भारतीय ज्ञान के साथ-साथ भारतीय आवश्यकताओं के अनुसार विद्यार्थियों में स्किल विकसित होगा, जो बहुमुखी प्रतिभा संपन्न युवाशक्ति का निर्माण करेगा। बच्चे का सर्वांगीण विकास राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य है। इस कार्य में विश्वविद्यालय प्रशासन और अधिक प्रयास करते हुए  राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।

पाठ्यक्रम एवं विद्यालयों में अध्यनरत छात्रों की अध्ययन संबंधी समस्याओं के निराकरण हेतु शिक्षक अपना ज्ञान विशेष रूप से आकर्षित करें। शिक्षकों की कमी को देखते हुए शासकीय एवं अर्ध शासकीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक शतप्रतिशत रुप से अपनी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराएं।

कुलपति डॉ. मुकेश पाण्डेय

 

बैठक में  विश्वविद्यालय के ने कहा कि बुन्देलखंड विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश के झांसी नगर में स्थित एक    विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना1975  में हुई थी। इस विश्वविद्यालय में  व्यावसायिक, तकनीकी तथा रोजगारपरक शिक्षा पाठ्यक्रम चलते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति बिना दबाव ,अभाव और प्रभाव के सीखने के लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा व्यवस्था के निर्माण का प्रयास है, जिससे विधार्थी भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप अपनी रूचि और प्रवृत्ति के अनुसार पढ़ाई करने और बिना किसी दबाव के अपनी क्षमता के अनुसार कोर्स और डिग्री ले सकें।

उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा  वित्तीय वर्ष 2021-22 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अनुपालन किया जा रहा है इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक टास्क फोर्स समिति का गठन भी किया गया है।

कुलपति डॉ. मुकेश पाण्डेय

 

बैठक में उपस्थित विभिन्न महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के प्रधानाचार्य द्वारा नई शिक्षा नीति को धरातल पर अवतरित कराने में उत्पन्न हो रही समस्याओं के बारे में सुश्री तिवारी को अवगत कराया, साथ ही उन  समस्याओं के निराकरण हेतु अपने स्तर से आवश्यक सुझाव भी प्रदान किए गए।

समीक्षा बैठक के दौरान माननीय सदस्य विधान परिषद डॉ बाबूलाल तिवारी, कुलसचिव बुंदेलखंड विश्वविद्यालय  विनय कुमार सिंह, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी मुरलीधर राम, वित्त अधिकारी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय वसीम मोहम्मद, परीक्षा नियंत्रक बुंदेलखंड विश्वविद्यालय राजबहादुर, अपर जिला सूचना अधिकारी  सुरेंद्र पाल सिंह सहित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

वैभव सिंह

बुंदेलखंड कनेक्शन

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