झांसी । बुंदेलखंड में झांसी के तहसील परिसर में आज लेखपाल एक दिवसीय धरने पर बैठे। प्रदर्शनकारी लेखपालों का कहना है कि दोहरे काम के बोझ के कारण उनका प्राथमिक काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है और आम जनता परेशान हो रही है।
तहसील परिसर में धरने पर बैठे लेखपालों ने बताया कि बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण(बीडा) का एक साल पहले गठन हो चुका है और इसके तहत 33 गांवों की जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसमें पूरा काम तहसील के लेखपालों से लिया जा रहा है जबकि बीडा के राजस्व का पूरा स्टाफ पहुंच हो चुका है फिर भी तहसील के लेखपालों से बीडा का काम लगातार कराया जा रहा है।

अपने काम के साथ साथ बीडा का काम देखने के कारण उनका क्षेत्रीय स्तर पर मूल काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और क्षेत्र की जनता की परेशानियां लगातार बढ रहीं हैं।
लेखपालों का कहना है इस मामले में उच्चाधिकारियों को लगातार बताया जा रहा है लेकिन कहीं कोई सुनवायी नहीं हो रही है। आला अधिकारियों की कार्यशैली से आजिज आकर लेखपाल एक दिवसीय धरने पर बैठे हैं।
लेखपालों का यह भी कहना है कि जिले में कई लेखपालों की पदोन्नति हो चुकी है लेकिन बीडा के कार्यों के कारण उन्हें रिलीव नहीं किया जा रहा है । इस कारण लेखपालों का काफी नुकसान हो रहा है। अन्य जिलों के लेखपाल पदोन्नति का लाभ ले रहे हैं जबकि बीड़ा के काम में उलझे लेखपालों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
प्रदर्शनकारी लेखपालों ने साफ किया कि अगर अब भी उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह अपने आंदोलन को और बढायेंगे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन