मंडराया सिर से छत छिनने का डर
झांसी 02 जनवरी । झांसी के नवाबाद थानाक्षेत्र में ददियापुरा में बने लगभग 1500 मकानों को एनजीटी के नियमों के विरूद्ध बताते हुए झांसी नगर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने इन मकानों को गिराने के मकसद से नपाई की कार्रवाई शुरू कर दी है ,जिससे इस इलाके में रहने वाले लगभग 4000 लोगों को मेहनत की कमाई से बने घर गिरने का डर सताने लगा है और आज इसी के विरोध में पीड़ित लोग अपनी फरियाद लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।
पीड़ितों ने अपनी फरियाद आज जिलाधिकारी को सुनायी और उन्हें ज्ञापन सौंपा । मुख्यमंत्री को संबोधित इस ज्ञापन में पीड़ितों ने जेडीए की दमनकारी कार्रवाई को रोकने और न्याय की मांग की है। ऐसे ही एक पीड़ित रिटायर सूबेदार जितेंद्र कुमार दोहरे ने बताया कि ददियापुर के इलाके में लगभग वर्ष 2000 से प्लाटिंग शुरू हुई थी और आज लगभग 1500 मकान यहां हैं जहां लगभग चार से साढे चार हजार की आबादी निवास करती है। जेडीए ने बिना किसी नोटिस के इस क्षेत्र में बने निर्माण को ध्वस्त करने के उद्देश्य से नपाई का काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने बताया कि जेडीए के अधिकारियों का कहना है कि यह निर्माण एनजीटी के नियमों के विरूद्ध अवैध तरीके से बनाये गये हैं और इनको गिराया जायेगा। जेडीए के जेई वी के शर्मा जब नपाई के लिए इलाके मे आये और लोगों ने उनसे जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने दू टूक शब्दों में कहा कि यह ग्रीन लैंड है और इस पर आप लोगों ने अवैध रूप से निर्माण किया है जिसे गिराया जायेगा।
इस पर पीड़ितों ने सवाल उठाये कि यहां जमीनें लेने वालों ने बाकायदा रजिस्ट्री करायी है। उनके पास दाखिल खारिज है । मकान बनाने से पहले नक्शा पास करने की जेडीए की रसीद भी पीड़ितों पास है। इस कालोनी में बने घरों का नगर निगम ने सर्वे किया और मकान नंबर आवंटित किये गये और लोग बाकायदा हाउस टैक्स भी दे रहे हैं । इलाके में बिजली की पूरी व्यवस्था है और बिजली विभाग ने पूरा सर्वे कर सबके घरों में बिजली कनेक्शन देकर मीटर लगाये।सभी लोग बिजली का बिल देते हैं । जलसंस्थान ने कालोनी में सर्वे कर पूरी पाइपलाइन डाली है और कनेक्शन भी आवंटित कर दिये हैं।
पीड़ितों ने सवाल उठाये जब इतने सरकारी विभाग सर्वे कर बिजली ,सडक़ और पानी की सुविधा यहां रहने वाली आबादी को मुहैया करायी है। उसे जेडीए आज एक तुगलकी फरमान जारी कर अवैध बता रहा है।
वैभव सिंह