नयी दिल्ली 27 नवंबर।दुनियाभर में चीन को लेकर एक बार फिर से भय फैल रहा है। इस बार भी चीन में एक ऐसी रहस्यमयी बीमारी फैली है जो बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। मामले की गंभीरता ऐसी है कि डब्ल्यूएचओ ने इस मामले में चेतावनी जारी कर दी है। इन परिस्थितियों के मद्देनजर भारत सरकार ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है।
अभी तक प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन ने बड़ी संख्या में बच्चों को निशाना बना रही इस रहस्यमयी बीमारी को “ निमोनिया प्रकोप (न्यूमोनिया आउटब्रेक) की संज्ञा दी है। यहां बच्चों को सांस की बीमारी से पीड़ित बच्चे अस्पतालों में भर्ती हैं। पीडित बच्चों में फेफड़ों मे जलन, बुखार और जुखाम जैसे लक्षण दिखायी दे रहे हैं। चीन के हेल्थ कमीशन ने इस संक्रामक बीमारी के पीछे कई पैथोजंस को कारण बताया है साथ ही इन्फ्लूएंजा को मुख्य कारण बताया है।
चीन में बिगड़ते हालात पर भारत का स्वास्थ्य मंत्रालय भी पैनी नजर बनाये हैं। इसी क्रम में राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों सरकार को कोरोना जैसी गाइडलाइंस का पालन करने को कहा है ।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने घबराने की नहीं होने लेकिन सावधान रहने की सलाह दी है। अभी इस मामले में कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्य एवं केंद्र शासित सरकारों को बच्चों और किशोरों विशेष रूप से 02 से 05 साल तक के बच्चों में विशेष रूप से सावधान रहने को कहा है।
इंफ्लूएन्जा से होने वाली बीमारियों (आईएलआई) और खबरनाक सांस संबंधी बीमारियों (एसएआरआई) से जुड़े मामलों पर कड़ी नजर रखने और अपनी तैयारियों को जांचने की सलाह जारी की है।सलाह जारी कर कहा गया है कि अस्पतालों में बेड और दवाओं की कमी न होने दें, जरूरी दवाओं और एंटीबायोटिक्स का स्टॉक रखें, ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में रखे ,पीपीईकिट और टेस्टिंग किट उपलब्ध रहे, ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर सही हालात में रखें और संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए बनाये गये इंफेक्शन कंट्रोल प्रोटोकॉल की समीक्षा करें।
देश में अभी किसी तरह की चेतावनी जारी नहीं की गयी है लेकिन बढ़ती सर्दी के मद्देनजर इसे अहम माना जा रहा है। डब्ल्यूएचओ ने भी रहस्यमयी बीमारी को लेकर गाइडलाइन जारी की है।
टीम, वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन