झांसी 03 अक्टूबर । झांसी के मऊरानीपुर कोतवाली थानाक्षेत्र में दिन दहाड़े हुए सात लाख 20 हजार की लूट को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने शुक्रवार तड़के मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया और साथ ही यह भी खुलासा कर दिया कि पीड़ित ऋषभ ने ही अपने पिता के पैसों की लूट कराने की पूरी साजिश रची थी।
गुरूवार को सुबह दिनदहाड़े हुई इस लूट के बाद पुलिस विभाग में हडकंप मच गया था जिसके बाद तीन टीमों का गठन कर पुलिस ने तत्परता के साथ कार्रवाई शुरू की। जांच के दौरान ही एक ऑडियो भी पुलिस के हाथ लगा जिसके बाद लूटकांड का पूरा सच सामने आ गया और साफ हो गया कि लूट का पीड़ित ऋषभ राजपूत ही इस घटना का साजिशकर्ता है।
ऑडियो में ऋषभ अपने दोस्त आशीष के साथ मिलकर लूट की साजिश को लेकर बात कर रहा है और बता रहा है कि कैसे कब और कहां लूट को अंजाम देना है। लूट करने वालों को इस काम के लिए 80 हजार रूपये देना तय हुआ था और बाकी पैसे से ऋषभ ने अपना उधार चुकाने की योजना बनायी थी।
इस बीच पुलिस की टीमें लगातार लुटेरों की तलाश में जुटीं थीं। इसी क्रम में आज तड़के एसओजी और मऊरानीपुर थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बाइक से भाग रहे दो बदमाशों को छतरपुर बाईपास पड़ाव मैदान के पास घेर लिया । पुलिस की घेराबंदी देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी।इस पर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ में एक बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया जबकि दूसरे को पुलिस ने घेर पर पकड़ लिया।
पकड़े गये बदमाशों अंकुश अहिरवार और राहुल आर्य निवासी गांधीगंज मोहल्ला मऊरानीपुर ने पूछताछ में स्वीकार किया कि लूट के पीड़ित और भाजपा नगर अध्यक्ष दिनेश राजपूत के बेटे ऋषभ राजपूत के कहने पर ही उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था। ऋषभ अय्याशी में पड़कर लोगों से काफी पैसा ले चुका था और अब लोग उसपर पैसा वापसी के लिए दबाव बना रहे थे। इसी के चलते उसने अपने ही पिता के पैसे की लूट कराने की साजिश रची।
पूरे मामले पर एसपीआरए गोपीनाथ सोनी ने बताया कि साजिश स्वयं पीड़ित ऋषभ ने ही रची थी । जो गिरफ्तार बदमाशों के पास से बरामद कर लिए गये हैं, साथ ही इनके पास से अवैध तमंचा और बाइक बरामद कर ली गयी है। गिरफ्तार बदमाशों के बैग की तलाशी लेने पर 80 हजार रूपये बरामद किये गये।
पूछताछ में यह भी पता चला कि यह लोग कई महीनों से इसकी योजना बना रहे थे और दो तीन महीने पहले भी लूट की कोशिश की थी, इतना ही नहीं सोमवार को भी प्रयास किया था लेकिन नहीं हो पाया था। इसी क्रम में गुरूवार को यह लोग अपनी साजिश को अंजाम देने में कामयाब रहे लेकिन पुलिस की टीमों ने साजिश के खुलासे के लिए लगातार काम किया और यह सफलता मिली है।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन