झांसी 14 अक्टूबर। झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (बीयू) में शिक्षकों पर भ्रष्टाचार का अरोप लगाते हुए आज छात्रों के संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने आज जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और भ्रष्टाचारी शिक्षकोें का पुतला भी फूंका।
इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र विरोध प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय गेट पर धरने पर बैठे और भ्रष्टाचारी शिक्षकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी बीच छात्रों ने मिलकर भ्रष्टाचारी शिक्षकों का पुतला भी फूंक दिया। छात्रों का आरोप है कि कृषि संकाय में प्रायोगिक परीक्षा (प्रैक्टिकल पेपर) के नाम पर छात्रों से 100 से लेकर हजार रूपये तक शिक्षकों ने वसूल किये ।
एबीवीपी के अध्यक्ष विकास शर्मा ने कहा “ विश्वविद्यालय के कृषि संकाय में प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर छात्रों से की जा रही अवैध वसूली को लेकर प्रशासन को संगठन की ओर से दो महीने से पहले भी ज्ञापन सौंपा गया था।यह ज्ञापन कुलपति मुकेश पाण्डेय को दिया गया था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी।”
विकास शर्मा ने कहा ” उसी का नतीजा रहा कि आरोपी शिक्षक सत्यवीर सिंह सोलंकी ने छात्रों को अपने चेंबर में बुलाकर जबरन एक प्रार्थना पत्र पर हस्ताक्षर कराये जिसमें लिखा था कि उन्होंने या किसी अन्य शिक्षक ने छात्रों से कोई पैसा नहीं लिया है जबकि हकीकत यह है कि सभी से पैसा लिया गया है। कृषि संकाय में 300 बच्चे हैं और सभी से पैसे लिए गये हैं। किसी से 100 ,किसी से 200, किसी से 500 तो किसी से 1000 रूपये तक की वसूली की गयी है। मामले के उछलने के बाद कुछ शिक्षकों ने पैसे लौटाये लेकिन सत्यवीर सिंह चौहान ने पैसे नहीं लौटाये उल्टा सभी से लिखवा लिया कि किसी से कोई पैसा नहीं लिया गया है। ”
उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं वसूली प्रकरण को लेकर शिकायत करने वाले छात्रों को प्रायोगिक परीक्षा में बहुत ही कम अंक दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि मामले में उचित कार्रवाई नहीं होने पर आज हम फिर से प्रदर्शन पर बैठे हैं और जब तक हमारी बात सुनी नहीं जायेगी तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने मांग की कि आरोपी शिक्षकों को निष्कासित किया जाए और जिन भी छात्रों से पैसे लिए गये हैं उनके पैसे वापस किये जाएं।
इस बीच प्रदर्शनकारी छात्रों और शिक्षकों के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई लेकिन मामले को तूल पकड़ता देख विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर सामने आये और कहा कि छात्रों के प्रदर्शन से संज्ञान में आया है कि कृषि संकाय में शिक्षकों ने प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर छात्रों से पैसे लिए हैं, इस मामले में पूरी जांच करायी जायेगी और दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। शिक्षा को दलाली का अड्डा नहीं बनने दिया जायेगा।