झांसी 21 अगस्त। झांसी जिले में किसानों के साथ साथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पराली प्रबंधन के गुर सिखाने के साथ मशरूम की खेती के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आज विकासखंड बड़ागांव के ग्राम बराठा के पंचायत भवन में किसान पाठशाला आयोजित की गयी।
किसान पाठशाला में उप कृषि निदेशक एम पी सिंह ने पराली प्रबंधन पर प्रभावी नियंत्रण और पराली से लाभ कैसे अर्जित करें की बिंदुवार जानकारी दी। इसके साथ ही पराली में मशरूम उत्पादन करते हुए आय में बढ़ोतरी कैसे की जाए ,यह भी बताया गया।स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मशरूम की खेती से जुडने के फायदे बताये गये और बताया गया कि ऐसा करने से जहां पराली प्रबंधन का काम भी प्रभावी तरीके से हो जायेगा और आय में भी बढ़ोतरी होगी साथ ही क्षेत्र का पर्यावरण भी संतुलित रहेगा।
श्री सिंह ने कहा कि “पराली अब लाएगी खुशहाली” जनपद में पराली प्रबंधन के प्रभावी नियंत्रण हेतु स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मशरूम उत्पादन कर आय दुगनी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं, उन्होंने विषय विशेषज्ञों द्वारा दी गई तकनीकी जानकारी को न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित चौपाल, किसान पाठशाला में उपस्थित किसान विशेष रूप से महिला किसानों को दिए जाने पर जोर दिया ताकि महिला किसान जागरूक होकर पराली प्रबंधन के साथ मशरूम की खेती में भी अपने को जोड़ते हुए अपनी आय दोगुनी कर सकें। उन्होंने उपस्थित किसानों से खेत में पराली ना जलाए जाने का सुझाव दिया और खेत में आग लगाने से होने वाले नुकसान की जानकारी दी।
उप कृषि निदेशक ने कहा कि सरकार की अनूठी पहल को साकार करने के उद्देश्य से कृषि विभाग एवं अन्य सहयोगी विभागों के द्वारा जनपद की सभी 496 ग्राम पंचायतों में आयोजित किसान पाठशाला के माध्यम से किसानों की आय को दोगुना करने हेतु कृषि विभाग के प्रसार कार्यकर्ताओं को कृषि के साथ पशुपालन,उद्यान,रेशम,मत्स्य,दु
उन्होंने बताया कि आयोजित किसान पाठशाला में विशेषज्ञ के रुप में डॉ पी.के. सोनी वरिष्ठ वैज्ञानिक, विनय कुमार डीडी उद्यान , संजय कुमार भूमि संरक्षण अधिकारी, केके सिंह जिला कृषि अधिकारी, विषय वस्तु विशेषज्ञ दीपक कुशवाहा, अल्पना बाजपेई द्वारा उत्पादन में वृद्धि करने हेतु किसान पाठशालाओं के माध्यम से कृषि उत्पादन में लागत को कम करते हुए कैसे वृद्धि की जाए की जानकारी दी जा रही है।
आयोजित किसान पाठशाला में एम पी सिंह उप कृषि निदेशक द्वारा बताया गया कि किसान पाठशालाओं के माध्यम से कृषि विभाग वर्ष में खरीफ एवं रबी सीजन की सभी फसलों से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रसार कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव-गांव में देते हैं जिसमें जैविक खेती/प्राकृतिक खेती/पराली प्रबंधन/मूल्य संवर्धन/ एफ.पी.ओ. आदि का कैसे बढ़ाया जाए आदि विषयों पर पाठशालाओं में चर्चा की जा रही है।
कार्यक्रम प्रभारी दीपक कुशवाहा ने बताया कि इसके लिए सभी ब्लॉक स्तर पर एक नोडल अधिकारी भी नामित किए गए हैं। सभी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी नियत समय पर पाठशाला में शामिल होकर पाठशाला में उपस्थित किसानों को महत्वपूर्ण जानकारियां देना सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि किसान पाठशाला में अधिक से अधिक किसान अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।
पंचायत भवन बराठा में आयोजित किसान पाठशाला में ग्राम प्रधान पंकज कुमार ने समस्त अधिकारियों का स्वागत किया और प्रतिभाग कर रहे किसानों से दी जा रही जानकारियों को आत्मसात करने की सलाह दी।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन