झांसी 10 अगस्त । बच्चों को विशेषकर बरसात के मौसम में पेट में होने वाले कीड़ों की समस्या से बचाने के लिए झांसी जिला प्रशासन ने आज कृमि मुक्ति कार्यक्रम चला एक गंभीर पहल की शुरूआत की ,जिसके तहत जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने अपने हाथ से बच्चों को अल्बेंडाजॉल की गोली खिलायी और स्कूली बच्चों के साथ साथ घुमंतू लोगों के बच्चों को भी इस अभियान के तहत शामिल करने के निर्देश दिये।
यहां सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल के सभागार में जिलाधिकारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ बालिकाओं को स्वयं अपने हाथों से दवा खिलाते हुए किया। उन्होंने बताया कि आज 01 वर्ष से लेकर 19 वर्ष से कम उम्र के किशोरों और किशोरियों एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाया जाना है !
जनपद में लगभग 9,14,632 बच्चों को दवा खिलाई जाने का लक्ष्य है। दवा स्कूल में ही खिलायी जाए, उनके अभिभावकों को किसी भी दशा में दवाई ना दी जाए।जनपद में घुमंतु परिवार के बच्चों सहित क्रेशर तथा कंस्ट्रक्शन साइट पर रह रहे परिवार के बच्चों पर भी फोकस करते हुए, उन्हें दवा खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। स्कूल, निजी स्कूल/कॉलेज एवं मदरसा में दवा खिलाए जाने का सत्यापन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो दवा खिलाने में लापरवाही अथवा आनाकानी करते हैं उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने दवाई को खाने के तरीके को भी बताते हुए कहा कि उन्होंने बताया कि 01 से 02 वर्ष के बच्चों को आधा गोली खिलाया जाना है, इसके साथ ही 02 से 03 वर्ष के बच्चों को पूरी गोली पीसकर खिलाई जानी है। इसके अतिरिक्त वर्ष 03 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को पूरी गोली चबा-चबा कर खानी होगी तथा इसके उपरांत अधिक से अधिक पानी पीना अनिवार्य है।
जिलाधिकारी ने बालिकाओं से बात करते हुए उन्हें जनपद में”मेरी माटी-मेरा देश” एवं “हर घर तिरंगा” कार्यक्रम की भी जानकारी दी और सभी बालिकाओं से अपने-अपने घरों में तिरंगा लगाए जाने तथा अन्य लोगों को भी तिरंगा अपने घरों में फहराया जाने हेतु प्रेरित करने की अपील की।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडेय , नोडल अधिकारी डॉ रमाकांत, डॉ़ महेंद्र कुमार, डॉ विजय शुक्ला सहित प्रधानाचार्य सिस्टर अंजलि, बड़ी संख्या में
बालिकाएं और स्टाफ मेंबर उपस्थित रहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन