झांसी 10 जुलाई। झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के भास्कर जनसंचार पत्रकारिता संस्थान की मीडिया लैब में आज पत्रकारिता से जुड़े छात्रों को सोशल मीडिया के युग में झूठी खबरों (फेक न्यूज़ ) को पहचानने के गुर सिखाये गये।
विश्वविद्यालय के छात्र क्लब हुनरबाज द्वारा फेक न्यूज के कारण निवारण के साथ ही इसके अनेक आयामों पर विभाग के लैब में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमें फैक्टशाला ट्रेनर एवं आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एवं मास कम्युनिकेशन के विभागाध्यक्ष डॉ मनीष जैसल ने छात्रों को बताया किस प्रकार हम फेक न्यूज़ या अनाधिकृत सामग्री का पता लगा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि गूगल लेंस इसमें हमारी काफी सहायता करता है। इसके साथ ही सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब इत्यादि पर कोई सामग्री शेयर करने से पूर्व उसकी दो तीन स्रोतों से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि गूगल न्यूज इनीशिएटिव, डाटा लीड और फैक्टशाला विगत कई वर्षों से इस संबंध में जागरूकता अभियान चला रहे हैं। देशभर में लगभग ढाई सौ प्रशिक्षक इस कार्य में लगे हुए हैं।
कार्यशाला संयोजक डॉ कौशल त्रिपाठी ने कहा कि हुनर बाद छात्र क्लब का गठन छात्रों को कौशल एवं व्यक्तित्व विकास आधारित कार्यक्रमों के आयोजन के लिए किया गया है।
समन्वयक पत्रकारिता विभाग डॉ जय हुनरबाज क्लब संयोजक सह आचार्य डॉक्टर शंभू नाथ सिंह ने विशेषज्ञ का स्वागत करते हुए कहा कि मीडिया के छात्रों के लिए अति आवश्यक है कि वह स्वयं के साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी इससे अवगत कराएं। क्लब के संरक्षक अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर सुनील कबिया ने सफल कार्यक्रमों हेतु हुनरबाज क्लब के छात्र सदस्यों को बधाई दी।
छात्र संयोजक रितिक पटेल ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निश्चित ही इस कार्यशाला से छात्रों को फेक न्यूज की समस्या का समाधान प्राप्त हुआ होगा। छात्रों का दायित्व है कि वह अपने परिवार मित्रगण एवं विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी इस से अवगत कराएं। इस अवसर पर डॉ डाॅ राघवेंद्र दीक्षित, उमेश शुक्ला, अभिषेक कुमार, गोविंद यादव, अतीत विजय, देवेंद्र सिंह के साथ ही अनेक छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन