झांसी 25 अप्रैल । झांसी के बड़ागांव थानाक्षेत्र में आज एक बार फिर गहमागहमी देखने को मिली जब माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी शूटर गुलाम के इसी इलाके में 13 अप्रैल हुए एनकांउटर की बारीकियां समझने के लिए जांच आयोग की टीम के साथ पहुंची झांसी पुलिस और एसटीएफ की टीम ने एनकाउंटर सीन का रिक्रिएशन किया।
प्रयागराज में हुए उमेशपाल हत्याकांड के आरोपी असद अहमद और उसके साथी गुलाम को एसटीएफ की टीम ने बडागांव थानाक्षेत्र के परीछा बांध के आस पास के इलाके में मुठभेड़ में 13 अप्रैल को मार गिराया था। इस एनकाउंटर के बाद राजनीतिक पारा गरमा गया था और विपक्षी दलों ने विशेषकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तो इसे पूरी तरह से फेक एनकाउंटर बता दिया था। एनकाउंट को लेकर उठ रहे सवालों के बीच पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू की गयी।
जांच टीम ,एसटीएफ और पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंची और पूरे घटनाक्रम को एक बार फिर से दोहराया। हालांकि पुलिस दो पुतले भी पुलिस लेकर आयी थी लेकिन सीन रीक्रिएशन में इनका इस्तेमाल नहीं किया गया।
सीन मे दोनों बदमाशों ने चिरगांव से पीछा कर रही एसटीएफ को किस तरह से चकमा देकर भागने के लिए पारीछा बांध की ओर कच्चे रास्ते का इस्तेमाल किया लेकिन दूसरी ओर से एसटीएफ के आने के बाद दोनों पक्षों के बीच हुई मुठभेड़ की पूरी प्रक्रिया को दोहराकर सबूत एकत्र करने और उस दौरान की स्थिति को समझने का प्रयास किया गया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन