झांसी 23 अप्रैल। झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (बीयू) में राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन (एनएमएल) और राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन (आरआरआरएलएफ), संस्कृति मंत्रालय, केंद्र सरकार के सहयोग से तक पांच दिवसीय सार्वजनिक पुस्तकालय कर्मियों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है।
इस कार्यक्रम का आयोजन बुधवार 24 अप्रैल -28 अप्रैल के बीच होने जा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पांडे के मार्गदर्शन में प्रथम बार बुंदेलखंड क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है । पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान, विभाग की प्रमुख प्रो. रितु सिंह कार्यक्रम समन्वयक तथा डॉ रूपेन्द्र एवं डॉ ज्योति गुप्ता इस के सह समन्वयक हैं, दीपांजन चटर्जी, परियोजना अधिकारी, एनएमएल उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के पाठ्यक्रम समन्वयक हैं।
राष्ट्रीय पुस्तकाल मिशन (एनएमएल), योजना जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा 2014 में केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय ज्ञान आयोग की सिफारिश के अनुसरण में निरंतर ध्यान देने के लिए पुस्तकालयों और सूचना विज्ञान क्षेत्र का विकास के लिए प्रारंभ किया गया था ।
पुस्तकालयों पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमएल) के चार (04) घटकों में से, तीन (03) घटक:
i) एनएमएल मॉडल पुस्तकालयों की स्थापना
ii) पुस्तकालयों का मात्रात्मक और गुणात्मक सर्वेक्षण
iii) राजा राममोहुन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन (आरआरआरएलएफ) को क्षमता निर्माण प्रशिक्षण सौंपा गया था, जो कि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत एक नोडल एजेंसी है।
श्रीमती मुग्धा सिन्हा, आईएएस, संयुक्त सचिव (पुस्तकालय) मिशन की निदेशक हैं तथा प्रो. अजय प्रताप सिंह, महानिदेशक, आरआरआरएलएफ एवं भारतीय राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता एनएमएल के अतिरिक्त मिशन निदेशक हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के सार्वजनिक पुस्तकालय के पुस्तकालय कर्मी / पेशेवर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं । इससे पूर्व देश के विभिन्न हिस्सों में 34 राष्ट्रव्यापी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए थे और 1300 से अधिक लोगों को लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर, गुणवत्ता के बुनियादी ढांचे, संसाधनों, अद्यतन आईसीटी उपकरणों और तकनीकों, उभरती प्रवृत्तियों, संरक्षण और संरक्षण के लिए आधुनिक पुस्तकालय सेवाओं के प्रबंधन के संबंध में प्रशिक्षित किया गया था।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन