झांसी 23 दिसंबर । पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर आज वीरांगना नगरी झांसी में किसान सम्मान 2022 का आयोजन किया गया और इस दौरान जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने किसानों को प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर यहां प़ं दीनदयाल सभागार में सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन योजना अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में किसान मेला/ प्रदर्शनी एवं कृषक सम्मान के साथी कृषक वैज्ञानिक संवाद भी आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने समस्त जनप्रतिनिधियों सहित सर्वप्रथम पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के चित्र का अनावरण किया और पुष्प अर्पित किए तथा दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में
कृषकों को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित करते हुए 68 किसानों को पुष्पमाला और शाल पहनाते हुए प्रमाण पत्र दिया और उनका सम्मान किया गया।


इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा “ प्रधानमंत्री जी ने कृषि क्षेत्र में ने मूलभूत परिवर्तन किए हैं जिसका किसानों को सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है। आपकी समृद्धि से ही देश की खुशहाली है।”
उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती करने का सुझाव देते हुए कहा कि संपूर्ण बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती की अपार संभावनाएं हैं। किसान गो आधारित खेती को आत्मसात करते हुए अपनी आय को दोगुना करें। महारानी लक्ष्मीबाई कृषि विश्वविद्यालय और काफ़री जैसी संस्थाओं का अवश्य भ्रमण करें और नई तकनीकी की जानकारी लेते हुए उसे खेती में प्रयोग करें ताकि कम लागत से अधिक आमदनी हो सके।

जिलाधिकारी ने जनपद में कृषक उत्पादक संगठनों से अपील करते हुए कहा कि फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में भी आगे आएं ताकि किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम मिल सके । रेशम की खेती होती है यदि यहां धागे बनाए जाने का कार्य किया जाए तो किसानों की आमदनी निसंदेह दोगुनी होगी। विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने कहा कि किसान की आय तभी दुगनी होगी जब लागत कम होगी। उन्होंने खेत में रसायन उर्वरकों के इस्तेमाल को बंद करने के साथ ही प्राकृतिक खेती पर जोर दिया और गो-आधारित खेती करने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने पूर्व प्रधानमंत्री का स्मरण करते हुए कहा कि आपने सदा सादा जीवन उच्च विचार को अपनाते हुए किसान हित के कार्यों को लागू किया। शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचा है, खेत में और जागरूकता फैलाई जाए ताकि अन्य किसान भी लाभकारी योजनाओं का लाभ ले सके।
विधायक मऊरानीपुर डॉ रश्मि आर्या ने उपस्थित किसानों से आग्रह किया कि प्रदर्शनी के माध्यम से जो नई तकनीकी की जानकारी दी जा रही है उसका इस्तेमाल खेती में करें ताकि उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि हो और आय में इजाफा हो। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों के कल्याण और विकास का कार्य कर रही है। किसानों को क्षेत्र में ऑर्गेनिक खेती की जानकारी कम है इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जाए ताकि अन्य किसान भी ऑर्गेनिक खेती से लाभ कमा सके।

जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को सुधारना है तो किसानों के हित में काम करना होगा। उन्होंने क्षेत्र के किसानों को जीरो बजट की खेती करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि खेत की मेड़ पर यदि 5 गाएं बांधे तो हमारी खेती उन्नतशील होगी और आय भी बढ़ेगी साथ ही खर्चा भी कम होगा।
किसान सम्मान दिवस में किसान श्री श्याम बिहारी गुप्ता ने गो आधारित खेती पर जोर देते हुए कहा “ हम गो आधारित खेती से मृदा को स्वस्थ बनाए और लाभ बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि खेत को रसायन उर्वरक की आदत पड़ गई है। इसके इस्तेमाल से मृदा को जहां नुकसान हो रहा है वहीं लागत बढ़ रही तथा लाभ कम होता है,इसे दूर करना होगा। उन्होंने उपस्थित किसानों को जहर मुक्त खेती करने के लिए प्रेरित किया।”
कृषक सम्मान दिवस पर आयोजित कृषक-वैज्ञानिक संवाद के दौरान डॉ पी के सोनी वरिष्ठ वैज्ञानिक/प्रभारी अधिकारी फसल शोध केंद्र मऊरानीपुर ने किसानों को आमदनी बढ़ाने तथा आधुनिक खेती करने के लिए कम लागत में अच्छी खेती कैसे करें की जानकारी देते हुए बताया कि खेत को गर्मी में जुताई कर के कीड़े एवं बीमारी तथा खरपतवारों की रोकथाम करने और उन्नतशील प्रजातियों के प्रयोग करने व सीमित उर्वरक तथा फसल सुरक्षा के माध्यम से ही आए बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने रवि की फसल में लगने वाले कीट एवं रोगों की रोकथाम पर विस्तृत चर्चा की।
इसी क्रम में डॉ प्रशांत जोभूलकर सह अध्यापक एवं विभागाध्यक्ष पादप रोग विभाग रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी ने रबी फसलों में रोग प्रबंधन पर जानकारी दी उन्होंने चना,मटर, मसूर तथा सरसों में विभिन्न रोग के प्रबंधन पर चर्चा करते हुए बताया कि मृदा जनित रोग प्रबंधन हेतु ट्राइकोडरमा संवधि॔त गोबर खाद का बुवाई पूर्व प्रयोग करें, इसके अतिरिक्त उन्होंने मोबाइल प्लांट हेल्थ क्लीनिक के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। कृषि उपनिदेशक एम पी सिंह ने बताया कि किसान सम्मान दिवस पर ऐसे किसान जिन्होंने जनपद स्तर पर उत्कृष्ट कार्य किया है को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने किसान समारोह में बताया कि 31किसान जनपद स्तर पर तथा 37 किसान विकास खंड स्तर पर पुरस्कृत किए जा रहे हैं। आज सभी को प्रमाण पत्र व शॉल पहनाकर सम्मानित किया जा रहा है। सभी उसको किसानों की सम्मान धनराशि आरटीजीएस के माध्यम से खातों में हस्तांतरित कर दी गई है, उन्होंने बताया कि 03 किसान राज्य स्तर पर सम्मानित किए जा रहे हैं। जिनमें श्रीमती जयंती देवी विकासखंड गुरसराय को मटर के उत्पादन पर, श्री हरप्रसाद विकासखंड बामोर को मटर उत्पादन पर तथा श्री मुलायम सिंह विकासखंड बबीना को चना उत्पादन पर माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा सम्मान प्राप्त करने पर एवं समस्त कृषक भाइयों महिला कृषकों को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
इसी क्रम में प्रगतिशील किसान किसान नेता गौरीशंकर बिदुवा, किसान नेता कमलेश लंबरदार ने किसान सम्मान दिवस के अवसर पर सम्मानित होने वाले समस्त कृषकों को बधाई दी, इसके साथ ही उन्होंने 03 किसानों को माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा सम्मानित होने पर हर्ष और प्रसन्नता व्यक्त की, उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से किसानों को किसानी खेती में आने वाली समस्याओं को समय से दूर करने का सुझाव दिया ताकि किसान बिना किसी अड़चन के खेती कार्य कर सकें।
इस अवसर पर दीनदयाल सभागार प्रांगण में लगाई गई लगभग 02 दर्जन से अधिक विभिन्न विभागों की स्टालों का विधायक मऊरानीपुर डॉ रश्मि आर्य, एमएलसी रमा निरंजन, विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत, जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम के साथ निरीक्षण किया,प्रत्येक स्टाल पर लगाए गए उत्पाद की उन्होंने जानकारी ली और किसानों को प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर कृषि विभाग, उद्यान विभाग, मत्स्य, लघु सिंचाई, पशुपालन, मशरूम उत्पादन सहित विभिन्न विभागों के स्टाल भी लगाए गए।
