नयी दिल्ली / बांदा 04 दिसंबर (वार्ता) बुंदेलखंड के बांदा जनपद निवासी मोहम्मद अर्श ने थाइलैंड में खेली जा रही बैंडमिंटन एशिया अंडर-15 और अंडर -17 जूनियर चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में अपने साथी संस्कार सारस्वत के साथ मिलकर आज देश के लिए सिल्वर मेडल हासिल किया।
प्रतियोगिता के अंडर – 17 वर्ग में पुरूष डबल्स के फाइनल मुकाबले में अर्श और संस्कार का सामना आज चीनी ताइपे प्रतिद्वंद्वी लाई पो यू और यी-हाओ लिन से हुआ। दोनों टीमाें के बीच हुई कांटे की टक्कर में अर्श और संस्कार मात्र कुछ अंक से ही गोल्ड से चूक गये लेकिन शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए उन्होंने सिल्वर पर कब्जा जमाया।
अर्श ने अपने साथी संस्कार के साथ मिलकर पहला सेट 13-21 से हारे लेकिन इसके बाद दूसरे सेट में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए उन्होंने लिया पो यू और यी हाओ लिन की जोड़ी को 21-19 से छकाया। इसके बाद भारतीय संभावनाएं मजबूत हुई लेकिन तीसरा सेट वह 22ं-24 से हार गये। इस तरह अर्श और संस्कार की जोड़ी गोल्ड से कुछ दूर ही रह गयी लेकिन इस असफलता के बावजूद यह दोनों देश के लिए सिल्वर मेडल हासिल करने में कामयाब रहे।
अर्श के पिता मोहम्मद अशफाक ने बुंदेलखंड कनेक्शन से खास बातचीत में अपने बेटे को विदेशी धरती पर मिली इस शानदार सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की हालांकि महज़ कुछ अंकों से गोल्ड से चूक जाने की निराशा भी उनकी बात में नजर आयी लेकिन उन्होंने कहा कि अर्श ने पहली बार विदेश की धरती पर देश के लिए कोई मेडल जीता है और यह उनके लिए बहुत फ़र्क की बात है। यह पल बेहद गौरवपूर्ण हैं पूरे देश, हमारे बांदा और परिवार के लिए भी ।
वैभव सिंह