झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी रेल मंडल ने हरित ऊर्जा के इस्तेमाल को बढावा देकर एक ओर पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को लेकर अपनी प्रतिबद्धता की मजबूती को दिखाया है तो दूसरी ओर डीजल की खपत में प्रभावी कमी दर्ज की है।
मंडल रेल प्रबंधक अनिरुद्ध कुमार ने कहा ” झांसी रेल मंडल सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के पथ पर लगातार अग्रसर है।हम डीजल की खपत घटाने के साथ-साथ सौर ऊर्जा उत्पादन और हरित तकनीकों को अपनाने के प्रयास कर रहे हैं। आने वाले समय में हम इस दिशा में और तेजी से कार्य करेंगे और ऊर्जा दक्षता तथा पर्यावरण संरक्षण के नए मानक स्थापित करेंगे। आने वाले वित्तीय वर्षों में डीजल खपत में और कमी, हरित ऊर्जा परियोजनाओं का विस्तार और ऊर्जा दक्षता सुधार के लिए नए उपाय लागू किए जाएंगे। यह कदम न केवल आर्थिक लाभ देगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के लक्ष्यों को भी प्राप्त करने में सहायक होगा।”
मंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के सितंबर माह में डीजल की कम खपत से 91.48 लाख रुपये का राजस्व बचाया गया। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2025 से सितंबर 2025 के बीच, डीजल की बचत के माध्यम से मंडल ने कुल 6.14 करोड़ रुपये की बचत हासिल की है। यह उपलब्धि डीजल की जगह बिजली और हरित ऊर्जा के अधिकतम उपयोग, उन्नत तकनीक और उचित प्रबंधन के माध्यम से संभव हो पाई है।
डीजल खपत में कमी का सबसे बड़ा लाभ पर्यावरण को हुआ है। डीजल का कम उपयोग सीधे तौर पर कार्बन उत्सर्जन को घटाता है, जो वातावरण को स्वच्छ और हरित बनाए रखने में मदद करता है। इससे न केवल स्थानीय पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, बल्कि ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम में भी योगदान मिला है।
झांसी रेल मंडल ने हरित और सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। मंडल के विभिन्न स्थानों पर स्थापित सौर ऊर्जा प्लेटों ने अगस्त माह में 47,440 यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जिससे बिजली खर्च पर 1.51 लाख रुपये की बचत हुई। यह पहल न केवल मंडल की ऊर्जा दक्षता को बढ़ा रही है बल्कि ऊर्जा की लागत को कम कर सतत और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को भी प्रोत्साहित कर रही है।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन