झांसी । बुंदेलखंड के झांसी महानगर में विभिन्न मार्गों और सरकारी प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरे किसी भी अपराध या गलत शिकायतों के निपटारे में निर्णायक भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। इस बार बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों को इस तकनीक ने बड़ी मुसीबत में फंसने से बचाया है।

मामला झांसी जनपद के मोंठ थानाक्षेत्र के एक बैंक का है जिसके खिलाफ एक महिला और उसके पति ने लोन की किस्त न चुकाने का दबाव बनाते हुए बैंक में बैठाने और बंधक बनाये जाने का आरोप लगाया था और इसके बाद सोशल मीडिया सहित मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर बैंक में बुलाकर दंपती को बंधक बनाये जाने का मामला तेजी से सुर्खियों में आया। मामले के तूल पकड़ते ही एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने एसपीआरए और एसओ मोंठ सहित थाना पुलिस को मामले की जांच सौंपी।

एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जिसमें दंपती बैंक में आकर बातचीत करते हुए साफ दिखायी दे रहे हैं लेकिन उन्हें बैंक कर्मियों द्वारा बंधक बनाने की बात नजर नहीं आयी। जांच में पता चला कि दंपती ने बैंक से कुछ लोन लिया था और उसकी बची हुई कुछ किस्तों को लेकर विवाद था । जब दोनों के बाद सामंजस्य नहीं बना तो शिकायतकर्ता ने 112 पर पुलिस को फोन किया।
जिसके बाद में दोनों पक्षों ने थाने पहुंच कर मामला सुलझा लिया। इसके बाद गहनता से लेते हुए एसपीआरए को पुलिस और प्रशासन की ओर से संयुक्त रिपोर्ट प्रेषित करने का आदेश दिया गया है जिसमें बैंक के सीसीटीवी फुटेज , शिकायतकर्ता के बयान और बैंक की भी विस्तृत जानकारी शामिल हो।
एसएसपी ने सभी से बिना जांच के किसी भी जानकारी का प्रचार प्रसार न करने का भी आग्रह किया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन