झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी रेल मंडल में आरपीएफ ने ऑपरेशन “ नन्हे फरिश्ते ” के तहत वर्ष 2024-25 में अपने परिवार से बिछड़े बच्चों को उनके परिवारों से मिलाने का काम किया है।
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि आरपीएफ द्वारा रेल संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा के साथ मानवीय कार्य भी किए हैं। परिवार से बिछड़े बच्चों को सकुशल बरामद करना सराहनीय कार्य है। आरपीएफ द्वारा इस प्रकार के कार्य सतत रुप से किए जा रहे हैं।
ऑपरेशन “नन्हे फरिश्ते” (खोए हुए बच्चों को बचाना: मिशन) के तहत अपने परिवारों से मिलाये गये 252 बच्चों में 154 बालक और 98 बालिका शामिल हैं। यह बच्चे विभिन्न कारणों से अपने परिवारों से अलग हो गए थे और आरपीएफ ने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया।
आरपीएफ रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्रों और यात्रियों की भलाई की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अटल है। यात्रियों को सुरक्षित, संरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए आरपीएफ चौबीसों घंटे काम कर रहा है। आरपीएफ भारतीय रेलवे को अपने ग्राहकों को सुरक्षित माल परिवहन सेवा प्रदान करने में मदद करता है। आरपीएफ ने निवारक सुरक्षा उपाय करके और रेलवे संपत्ति के खिलाफ अपराध होने पर उनका पता लगाने के प्रयास करके देश भर में फैली रेलवे की विशाल संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन किया है।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन