झांसी।कैप्टन एम. पी. सिंह स्पोर्ट्स ट्रस्ट दिल्ली द्वारा अयोजित फिजिकल एजुकेटर अवार्ड में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व ओलंपियन एवं अर्जुन अवॉर्डी अशोक ध्यानचंद ने ध्यानचंद की जीवनी पर आधारित पुस्तिका “चंद्रमा प्रमुख ध्यानचंद” के विमोचन के अवसर पर कहा कि मेजर ध्यानचंद देश की सभी विधाओं की युवा प्रतिभाओं के लिए प्रेरक रहे है।
1975 विश्व विजेता भारतीय टीम के अहम सदस्य रहे अशोक ने अपने उद्बोधन में कहा कि हॉकी, जिसे अक्सर भारतीय खेलों की आत्मा कहा जाता है, इसके इतिहास में एक गौरवशाली विरासत निहित है । इस विरासत के केंद्र में एक ऐसा व्यक्ति खड़ा है जिसका नाम आश्चर्य और श्रद्धा पैदा करता है: “मेजर ध्यानचंद” जो हॉकी के जादूगर के रूप में विश्व में लोकप्रिय हैं, जिन्होंने विनम्र शुरुआत से लेकर विश्व स्तर तक का सफर तय किया।उनकी पहचान की यात्रा न केवल अद्भुत कौशल की कहानी है, बल्कि अनुशासन, लचीलेपन और देशभक्ति का प्रमाण भी है।

“मनदीप सिंह सुनाम” की यह पुस्तक “इंडियन हॉकी मूनलाइट मेजर ध्यानचंद” उस व्यक्ति को श्रद्धांजलि है जिसने न केवल हॉकी के खेल को बल्कि भारत की खेल शक्ति को भी बदल दिया,प्रतीक भी बंधे हुए थे. इसके पन्नों के माध्यम से छात्रों, महत्वाकांक्षी खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को एक ऐसे दिग्गज के जीवन से परिचित कराया जाएगा, जिनकी सादगी मैदान पर उनके जादू की तरह ही पहचानी जाती थी।

ऐसे समय में जब दुनिया उत्कृष्टता की मांग करती है, मेजर ध्यानचंद की कहानी हमारे सामने है जो याद दिलाता है कि महानता जुनून और कड़ी मेहनत से पैदा होती है। उनकी असाधारण उपलब्धियों के बावजूद उनकी विनम्रता और राष्ट्र को गौरवान्वित करने पर उनका अटूट ध्यान ऐसे सबक हैं जो खेल के साथ-साथ जीवन के हर पहलू में गहराई से प्रतिबिंबित होते हैं। जैसे ही आप यह किताब को पढ़ेंगे।पन्ने पलटें तो मेजर ध्यानचंद का जीवन आपको हर क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगा। तिरंगे के प्रति उनका समर्पण बदलाव लाने की आपकी यात्रा में आपका मार्गदर्शन करेगी।
पुस्तक के विमोचन के इस अवसर पर पुस्तक के लेखक मंदीप सुनाम, अर्जुन अवार्डी बॉक्सिंग सरदार सुच्चा सिंह, द्रोणाचार्य अवार्डी एस.आर. सिंह, महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी की मुख्य कोच अमनप्रीत, मुक्केबाजी में एशियाड के स्वर्ण पदक विजेता मंजीत सिंह सहित कई अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन