झांसी 26 अक्टूबर । झांसी नगर निगम सदन की नौ महीने बाद शनिवार को हुई बैठक जबरदस्त हंगामेदार रही और इस दौरान पाषर्दों ने निगम अधिकारियों के भ्रष्टाचार को लेकर सप्रमाण ऐसी जानकारियां पेश की कि सभापति (महापौर) बिहारी लाल आर्य और नगर आयुक्त सत्यप्रकाश भी पूरी तरह से आवाक नजर आये।
यहां नगर निगम सभागार में सदन की बैठक शुरू होने के बाद से ही 60 वार्डों के पार्षद अपने अपने क्षेत्र की जनहित से जुड़ी समस्याओं को लेकर पूरा होमवर्क करें नजर आये। महिला पार्षदों ने भी पुरुष पार्षदों के साथ पुरजोर तरीके से अपनी आवाज बुलंद करते हुए उनके क्षेत्रों में विकास के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचारों का आरोप लगाते हुए गंभीर सवाल पूछे । इस पर नगर निगम के अधिकारी अधिकतर समय अपना बचाव करते ही नजर आये ।
करीब साढे छह घंटे तक चली सदन की कार्यवाही में अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता , संपत्ति अधिकारी गौरव कुमार और वैंडिंग मामले से जुड़े इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार सहित कई अन्य अधिकारियों के खिलाफ पार्षदों ने साक्ष्य सहित भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये।
पार्षद अंकित राय ने सीधे तौर पर नगर निगम के निचले अधिकारियों से लेकर अपर नगर आयुक्त की मिली भगत से धड़ल्ले से बेची जा रही नगर निगम की जमीनों के मामलों की परत दर परत जब साक्ष्यों सहित खोली तो जबरदस्त तरीके से हंगामेदार सदन में कुछ ऐसा सन्नाटा पसरा कि पिन भी गिरे तो शोर लगे । अधिकारियों के बेलगाम तरीके से बेखौफ होकर बेची जा रही सरकारी जमीनों के खुलासों को सुनकर नगर आयुक्त ने भी दांतों तले उंगली दबा ली ।
सभापति तो इन खुलासों पर इतने आगबबूला हो गये कि उन्होंने नगर संपत्ति अधिकारी तथा पूर्व अपर नगर आयुक्त के खिलाफ पैसे लेकर नगर निगम की जमीन बेचने की बात कहते हुए उनके खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखने की बात तक कह डाली।
अटल एकता पार्क में अवैध पार्किंग वसूली पर भी सवाल खड़े किये गये। सदर बाजार की पट्टी पर 48 अवैध दुकानदारों की पोल खोली गयी।इलाइट से पहुंज तक नो वेंडिंग जोन में मनचाहे वेंडर बैठाकर वसूली करने का आरोप अपर नगर आयुक्त पर पार्षदों ने लगाया।
दो नगर स्वास्थ्य अधिकारियों के होने का मामला भी जबरदस्त रूप से उछला साथ ही डॉ़ धीरेंद्र गुप्ता के काले कारनामों का चिट्ठा भी पाषर्दों ने खोला । यहां तक कहा गया कि जब महापौर द्वारा भी आज सदन में उनको उपस्थित होने की बात कही गयी थी लेकिन फिर भी वह अपने निजी काम के चलते सदन की बैठक से गायब रहे। डॉ़ गुप्ता पर साढे 28 लाख के भुगतान का आरोप लगाया गया। उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का आश्वासन सभापति ने दिया।
सदन में सफाई आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने,डोर टू डोर कूड़ा चार्ज 40 से बढाकर 60 रूपये किये जाने,नामांतरण की समस्या पर सिकमी किरायेदारों के लिए दस बाई दस की दुकान का नामांतरण शुल्क 40 से घटाकर 25 प्रतिशत करने और किराया सर्किल रेट से 60 प्रतिशत कम करने संबंधी प्रस्तावों को पास किया गया। बैठक में शहर के बीचोबीच बने आतिया तालाब की मुख्य सड़क परबनायी गयी दुकानों को दीपावली बाद हटाये जाने का आश्वासन भी सभापति ने दिया।
सदन की बैठक में महापौर , नगर आयुक्त के अलावा सदर विधायक रवि शर्मा, एमएलसी रमा निरंजन और रामतीर्थ सिंघल , जेडीए सचिव उपमा पांडेय और निगम के लेखाधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौजूदरहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन