सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी

सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी को तकनीक ने किया तार-तार,बचे निर्दोष

//

झांसी 22 अगस्त । बुंदेलखंड के झांसी में नाबालिग दुष्कर्म मामले में सीसीटीवी कैमरों ने जबरदस्त भूमिका निभाते हुए न केवल दुष्कर्म की पूरी कहानी को ही उलटते हुए झूठा साबित कर दिया  बल्कि दो निर्दोषों  को भी जेल जाने से बचा लिया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजेश एस ने गुरूवार देर शाम पत्रकारों को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि थाना प्रेमनगर क्षेत्र में एक पीड़िता ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म होने की नामजद लिखित शिकायत घटना के 12 घंटे बीत जाने के बाद दर्ज करायी थी। इसके बाद मामले के खुलासे के लिए तीन टीमों को गठन किया गया । एसओजी की टीम को भी जांच में लगाया गया। इस बीच दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की गयी । पीड़िता का मेडिकल भी कराया गया।

पीडिता ने अपने बयान में बताया था कि वह मंगलवार को सुबह शौच के लिए निकली थी और तभी गांव के तीन लड़कों ने उसे सफेद कार में जबरन खींच लिया और उसको लेकर चले गये।  इसके बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया । जांच में जुटी टीमों ने पीड़िता के घर के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला लेकिन किसी में बताये गये समय पर कोई सफेद कार  नजर नहीं आयी बल्कि पीड़िता ऑटो से जाती दिखायी दी। इसके अलावा पीड़िता और आरोपियों के सीडीआर भी खंगाले गये । इनसे मिल रही जानकारी भी पीड़िता की कहानी से मेल नहीं खा रही थी।

उन्होंने बताया कि जांच की गहनता बढ़ने के साथ पीड़िता की बात पर शक गहराने लगा । जांच में जुटी टीमों ने स्मार्ट सिटी के तहत शहर भर में लगाये गये सीसीटीवी कैमरों की मदद से पीड़िता को ट्रेस किया। इस क्रम में लगभग 50 से 60 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। इन कैमरों में पीड़िता शहर भर में ऑटो से घूमती नजर आयी और बाद में किले में जाकर बैठ गयी और किसी का इंतजार करती दिखी लेकिन काफी समय तक किसी के भी नहीं आने के बाद वह ऑटो से अपने घर न जाकर बुआ फूलवती के घर चली गयी। इसके बाद फूलवती और उसके बेटे  मनीष परिहार ने उसे बहला फुसला कर अपने विरोधियों सोनू और मनीष को दुष्कर्म के मामले में फंसाने का षडयंत्र रचा और उनके खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म की नामजद शिकायत दर्ज करायी।

पीड़िता को जब सीसीटीवी कैमरों से मिली तस्वीरों को दिखाकर पूछताछ की गयी तो आखिरकार उसने सच्चाई स्वीकार कर ली और बताया कि बुआ और उनके बेटे के कहने पर उसने यह शिकायत दर्ज करायी थी। उसने बताया कि वह अपने पुरूष मित्र के साथ शादी करना चाहती थी। उसके साथ जाने के लिए घर से निकली थी । इतना ही नहीं उसने शादी के लिए उसी दिन  बिछया और पायल भी खरीदे थे। लड़की हर जगह कैमरों में नजर आयी। जब उसका पुरूष मित्र किले पर नहीं आया तो उसके बाद वह बुआ के घर चली गयी। बुआ के घर पर ही सामूहिकदुष्कर्म की पूरी कहानी रची गयी।

एसएसपी ने बताया कि पीड़िता के मेडिकल परीक्षण में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में नगर निगम द्वारा शहर भर में लगाये गये सीसीटीवी कैमरों ने न केवल दुष्कर्म की गढ़ी गयी झूठी कहानी का पर्दाफाश किया बल्कि दो निर्दोष युवकों को भी जेल जाने से बचा लिया।

उन्होंने बताया कि पीड़िता , फूलवती और मनीष को हिरासत में लेकर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

वैभव सिंह

बुंदेलखंड कनेक्शन

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

मऊरानीपुर में ‘जल कोष यात्रा’ का समापन, जल संरक्षण पर दिया गया ज़ोर

Next Story

झांसी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई पुलिस भर्ती परीक्षा

Latest from Jhansi

झांसी:उ.प्र. लोक सेवा आयोग प्रयागराज की परीक्षा में बैठे 9543 अभ्यर्थी, 13443 रहे अनुपस्थित

झांसी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज परीक्षा आयोजित परीक्षा सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रा)