झांसी 22 जुलाई। उत्तर प्रदेश साहित्य सभा के झांसी मण्डल (झॉसी, जालौन, ललितपुर) के एक दिवसीय मंडलीय सम्मेलन व सम्मान समारोह शौर्य का आयोजन राजकीय संग्रहालय में किया गया, जिसमें मंडल के ख्याति प्राप्त और वरिष्ठ साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
मंडलीय सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के पौत्र एवं झांसी इकाई के संरक्षक इ़ं सौरभ गुप्त ने की । मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. शंकर सिंह कवि एवं साहित्यकार ए आरटीओ बांदा रहे।विशिष्ट अतिथि पार्षद एवं नगर निगम के पूर्व उपसभापति दिनेश प्रताप सिंह बुन्देला “बंटी राजा रहे ।
सम्मेलन में देश के ख्याति प्राप्त कवि और साहित्यकार शामिल हुए इनमें संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय गीतकार डॉ विष्णु सक्सेना,राष्ट्रीय संयोजक हास्य कवि सर्वेश अस्थाना, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलराम श्रीवास्तव सरस , संस्था के उपाध्यक्ष डॉ राजीव राज,उत्तर प्रदेश के समन्वयक गिरधर खरे,रश्मि कुल श्रेष्ठ अतिथि के रूप में शामिल हुए।सम्मेलन में दिवंगत साहित्यकारों के चित्र भी लगाए गए जहां साहित्यकारों ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। कार्यक्रम में शंकर जी सिंह एवं राम नरेश रमन की पुस्तक का विमोचन किया गया।
सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए डॉ विष्णु सक्सेना ने कहा कि इस संस्था के माध्यम से साहित्य कारों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया गया है। हम अपने उद्देश्य में कामयाब होंगे। हमारा प्रयास होगा कि ग्रामीण साहित्य कारों की पुस्तकों का प्रकाशन हो। उन्होंने अपना प्रसिद्ध गीत- तपती जल धार बांटता हूँ, पतझर के रास्ते पर प्यार बांटता हूँ सुनाया।संस्था प्रधान व हास्य कवि सर्वेश अस्थाना ने कहा कि हम मंच के साहित्यकार के साथ मन के साहित्यकार बनें।
उन्होंने कहा के साहित्यिक लोग राज्य सभा व एम एल सी पहले की तरह पहुंचे।पत्रकार की तरह चिकित्सा व यात्रा सुविधा मिले। संस्था का यूट्यूब चैनल व स्टूडियो बनेगा। संस्था के संरक्षक सौरभ गुप्त ने हर वर्ष 11 हजार संस्था को देने की घोषणा की।उन्होंने पुस्तकों के प्रकाशन के लिये आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की।सम्मलेन को बलराम सरस, डॉ राजीव राय, गिरधर खरे ने सम्बोधित किया। दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी में सभी कवियों ने काव्य पाठ किया।
सम्मेलन में झांसी ललितपुर एवं जालौन के 15 वरिष्ठ एवं ख्याति प्राप्त साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। उन्हें सम्मान पत्र के साथ 1001 रुपए प्रत्येक साहित्य कार को सम्मान स्वरूप प्रदान किए गए । सभी साहित्य कारों को स्मृति चिन्ह अतिथियों ने भेंट किये। संचालन अर्जुन सिंह चाँद, वैभव दुबे, संजीव दुबे ने संयुक्त रूप से किया। आभार सी बी राय तरुण ने किया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन