झांसी 22 दिसंबर। संसद के दोनों सदनों से 146 सांसदों के निलंबन के विरोध की गूंज आज वीरांगना नगरी झांसी में भी सुनायी दी और कांग्रेस सहित आईएनडीआईए के सदस्य दलों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
यहां महानगर के चर्चित चौराहे इलाइट पर बड़ी संख्या में एकत्र हुए विपक्षी दलों के प्रमुख नेता और कार्यकर्ताओं ने सांसदों के निलंबन के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
इस विरोध प्रदर्शन में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि संसद देश का मंदिर है ,यह किसी की बपौती नहीं है। संसद में 140 करोड़ हिंदुस्तानी अपने प्रतिनिधियों को चुनकर भेजता है और इस तरह से संसद से उन्हें बाहर करने का अधिकार तो अंग्रेजों के शासनकाल में भी नहीं था। संसद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद की सिफारिश पर जिन लोगों का पास बना उन लोगों ने संसद में घुसकर बवाल किया । इस बात पर जब विपक्ष उनसे स्पष्टीकरण चाहता है तो संसदीय इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है । यह फांसीवादी, हिटलरवादी सोच का हटना जरूरी है, प्रधानमंत्री मोदी सांसदों के इस अपमान को लेकर माफी मांगे।
विरोध प्रदर्शन का हिस्सा रहे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में सांसदों का निलंबन सरकार की तानाशाहीपूर्ण कार्रवाई है।लोकतंत्र में यह रवैया नहीं चलेगा लेकिन अगर सरकार ने इस पर अमल नहीं किया और लोकतंत्र की बहाली की ओर उसके कदम नहीं बढ़े तो आने वाले समय में इंडिया गठबंधन के लोग सड़कों पर उतरेंगे।
धरने पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठे आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष गयादीन कुशवाहा ने कहा कि इस सरकार ने लोकतंत्र खत्म कर दिया है। आवाज उठा रहे सांसदों की आवाज नहीं उठाने दे रही है यह सरकार।पूरी तरह से असंवैधानिक काम हो रहा है। अपने पक्ष की गलती पर विपक्ष के सवालों का जवाब देने की जगह सरकार ने विपक्षी सांसदों को ही बाहर कर दिया है। इस असंवैधानिक रवैये के खिलाफ आईएनडीआईए गठबंधन संघर्षरत है और आगे अगर जरूरत हुई तो सड़क पर संघर्ष जारी रखा जायेगा।
विरोध प्रदर्शन में सभी प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बादआईएनडीआईए गठबंधन में शामिल कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी और आमआदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति का संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन